सुधर जाओ भैया

अगर बच्चे नालायक हो तो बाप को क्या क्या नहीं करना 


पड़ता | अब अपने अभिषेक को ही ले लीजिये बैठकर फुनवा   


पर बात करने के आलावा और किसी चीज मैं ध्यान ही नहीं 


रहता | पर बाप अमिताभ बाप रे बाप ! क्या क्या नहीं करना पड़ता , खर्चा 


चलने के लिए एड़ी की क्रीम से लेकर सर के  तेल तक, टूथपेस्ट से लेकर खाने 


पीने का सामान तक बेचा है, ये सब छोड़ो सीमेंट तक बेचा है 


बिचारे ने | न जाने बिचारा खर्च चलने के लिए सुबह से शाम 


तक कितना सामान बेचता है | अभिषेक को बात करने के 


आलावा कुछ सूझता ही नहीं है, इसलिए अभिषेक सुधर जाओ और बाप के काम में साथ दो |

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